वृन्दावन। भगवान श्रीराम की अयोध्या धाम में दिव्य प्रतिष्ठा महोत्सव को देषभर में अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस अससर पर तीर्थनगरी के रामकृष्ण मिषन अस्पताल में भी विविध धार्मिक अनुष्ठानों के साथ महोत्सव मनाया गया। सेवाश्रम के सचिव स्वामी सुप्रकाषानंद महाराज ने कहा कि भगवान श्रीराम भक्त भयहारी हैं। हम अपने आचार्य प्रभु रामकृष्ण परमहंस में भी राम और कृष्ण दोनों का ही दर्षन करते हैं। उन्होंने हमें पीड़ित मानवता की सेवा और समर्पण का मार्ग कल्याण के लिए बताया। सेवाश्रम के सह सचिव स्वामी कालीकृष्णानंद महाराज ने बताया कि परमेष्वर श्रीराम सभी के संरक्षक, मार्गदर्षक और प्रेरक हैं।
स्वामी विवेकानंद ने स्वयं कहा था कि राम और सीता भारत राष्ट्र के आदर्ष हैं सभी बालकों विषेषतः बालिकाओं को सीता का पूजन करना चाहिए। सीता नारी आदर्ष की पराकाष्ठा हैं। आज का दिन अत्यंत विलक्षण, पावन और युगों के लिए चिरस्मरणीय है। इसीलिए आश्रम के संन्यासियों और स्टाफ द्वारा आज अपराह्न काल भगवान श्रीराम के भजन, प्रार्थना और आदर्ष चिंतन के साथ भव्य आरती उतारी गई। जिसके बाद सभी रोगी नारायण और अस्पताल में मौजूद लोगों को प्रसाद का वितरण किया गया।
सायंकाल मठ और अस्पताल परिसर में दीपदान किया गया। इसके बाद भगवान श्रीराम का संकीर्तन और महाआरती के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर स्वामी ओजोमयानंद, स्वामी देवतानंद, डॉ. थानसिंह तोमर, डॉ. धु्रव बनर्जी, डॉ. हरितेज आदि उपस्थित रहे।