
छाता – श्वेतांक
योगी सरकार द्वारा लोगों की समस्याओं को सुनने के लिए अधिकारियों को सुबह 9.00 बजे कार्यालय पर बैठने के निर्देश दिए गए हैं परंतु छाता तहसील में तैनात कुछ कर्मचारी समय तो छोड़िए कार्यालय पर बैठना ही पसंद नहीं करते सुबह लगभग 11बजे तक नायब तहसीलदार कार्यालय पर ना तो कोई कर्मचारी पहुंचा ना ही नायब तहसीलदार अब आखिर दूर-दूर गांव से आने वाले फरियादी अपनी समस्या को लेकर आखिर जाये तो जाये कहां??

जब जनसुनवाई का समय 9:00 से 11:00 बजे तक है तो अधिकारी 11:00 बजे के बाद पहुंचते हैं तो जनसुनवाई आखिर कैसे होगी दूरदराज गांव से आने वाले लोगों को ऐसे ही मायूस होकर जाना पड़ता है फिर वह अपनी फरियादो को किसी सुनाएं या यूं ही इसी तरह सरकार द्वारा संचालित लोगों की सहायता के लिए कार्यक्रमों को धरातल पर दिखाने का सिर्फ दिखावा किया जाता हो।