
एनजीटी न्यायालय के सख्त आदेशों और प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद नगर क्षेत्र में जगह-जगह कूड़ा जलाया जा रहा है। इसमें सीधे तौर पर नगर निगम के सफाई कर्मचारियों और निगरानी टीम की लापरवाही सामने आ रही है। रविवार को सुबह बनखंडी क्षेत्र के प्रेम गली में कूड़े का पूरा ढेर आग के हवाले कर दिया गया जो विद्युत विभाग के जंक्शन बॉक्स के बिल्कुल नीचे था। मलबे का ढेर इतना बड़ा था कि भूमिगत विद्युत तारों के पिघलने की आशंका प्रबल थी, जिससे क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित हो सकती थी। ऐसे में स्थानीय नागरिकों द्वारा आनन-फानन में पानी डालकर आग को बुझा दिया गया। दरअसल, नगर निगम द्वारा दिखाई जाने वाली सख्ती मौखिक, कागजी और जनजागरूकता तक सीमित है। वह अपने दोषी कर्मचारियों को जिम्मेदार मानते हुए कभी दंडात्मक कार्रवाई तक नहीं पहुंचती। ऐसे में एनजीटी न्यायालय के आदेशों की लगातार धज्जियां उड़ रही हैं और धर्म नगरी लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण का शिकार हो रही है। गौरतलब है कि शुक्रवार को चैतन्य विहार फेस वन में नया रंगजी मंदिर के सामने भी कूड़ा जलाया गया। इसके साथ ही भक्ति नगर, रेलवे लाइन आदि क्षेत्र में लगातार अपशिष्ट प्रबंधन के स्थान पर कूड़े का जलाकर निस्तारण किया जा किया जा रहा है।इस संदर्भ में अपर नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि वे जल्द ही दोषी कर्मियों को जन्नत कर प्रभावी कार्रवाई करेंगे जिससे नगर में कूड़ा जलने की समस्या प्रभावी रूप से निस्तारित हो सके।